bdc full form in hindi – हेल्लो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम सब bdc ka full form और bdc के बारे में पढ़ेंगे और bdc का नाम तो आपने सुना ही होगा यह नाम अक्सर तब सुनने को मिलते हैं जब गांवों में चुनाव सूरू होते हैं
लेकिन बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्हें bdc के बारे में कुछ पता नहीं होता है और वह bdc के बारे में अच्छे से जानना चाहते हैं अगर आपको भी bdc के बारे में कोई जानकारी नहीं है
और आप भी bdc के पूरे जानकारियों के बारे में अच्छे से जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें इस आर्टिकल में हमने bdc full form in hindi और bdc से संबंधित सारी महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में बताया गया है
bdc full form in hindi | बीडीसी का फुल फॉर्म क्या है
BDC ka full form या BDC का पूरा नाम (Block Development Council) होता है जिसे हिन्दी में (प्रखंड विकास परिषद) कहते है।
B – Block
D – Development
C – Council
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बीडीसी चुनाव क्या होता है| bdc kya hota hai
भारत में बहुत सारे राज्य है हर एक राज्य में बहुत से जिले है और हर एक जिले के अंदर बहुत सारे गांव है अब भारत बहुत बड़ा देश उसके अंदर बहुत सारे गांव है
और भारत सरकार द्वारा किसी भी प्रकार की विकास कार्यों एवं पंचायत योजनाओं को देश के कोने कोने के छोटे-छोटे गांवों तक उपलब्ध कराने में काफी कठीनाई आती थी
इसलिए सरकार द्वारा चुनावों के समय में गांवों में bdc ग्राम पंचायत का चुनाव कराया जाता है और गांव के बड़े लोग या वह लोग जिनकी गांव में अच्छी पहचान होती है
जो अच्छे कामों के लिए जाने जाते वैसे लोग bdc का चुनाव जीतने के लिए जमकर चुनाव लड़ते हैं लेकिन उनमें वहीं एक व्यक्ति चुनाव जीतता है
जिसे गांव के लोग ज्यादा वोट यानी कि ज्यादा मतदान देते हैं bdc का चुनाव जीतने के बाद वह व्यक्ति ग्राम प्रधान बन जाता है
और उस गांव में सभी प्रकार कि विकास कार्यों एवं पंचायत योजनाओं को उपलब्ध करवाना तथा गांव के सड़कें नालों को बनवाने जैसे कार्यों को अपने अंतर्गत करवाने आदि कि जिम्मेदारी आ जाती है
BDC सदस्यता के लिए योग्यता
अगर बात की जाए की bdc का चुनाव लड़ने के लिए क्या योग्यताएं होती है तो वैसे तो हर अलग अलग राज्य के चुनाव के लिए योग्यताओं में थोड़ा बहुत अंतर होता है
लेकिन ज्यादातर योग्यताएं एक जैसी होती है और अगर बात की जाए की उत्तर प्रदेश में bdc के सदस्यता के लिए क्या योग्यता है
तो इसके लिए अभी सरकार द्वारा कोई न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता नहीं रखी गई है तो बिना ज्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति भी अपने सभी जरूरी दस्तावेजों के साथ सरकारी नियमों का पालन करते हुए bdc
के सदस्यता में हिस्सा ले सकता है लेकिन उत्तर प्रदेश के सरकार द्वारा आने वाले सभी bdc के सदस्यता के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता निर्धारित कर सकती है
BDC सदस्य के लिए जरूरी दस्तावेज
bdc का चुनाव लड़ने के लिए या bdc के सदस्यता के कुछ जरूरी दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है
जिसके बिना bdc के सदस्यता के लिए आवेदन नहीं किया जा सकता है तो आइए जानते हैं bdc के सदस्यता के लिए कौन से दस्तावेजों कि जरूर पढ़ती है
- आधार कार्ड
- वोटर आईडी कार्ड
- मूल निवास प्रमाण पत्र
- पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र
- संपत्ति का घोषणा पत्र जिसमें चल एवं अचल संपत्ति का विवरण शामिल होना जरूरी है
- जाति प्रमाण पत्र
- अनुसूचित जाति एवं जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग का उम्मीदवार होने पर जाति प्रमाण पत्र
BDC के लिए नामांकन और चुनाव प्रक्रिया
पंचायती चुनाव के देख रेख में जिस प्रकार से से ग्राम प्रधान का चुनाव वोट यानी मतदान के द्वारा होता है ठीक उसी प्रकार से बीडीसी का सदस्य भी जनता के द्वारा चुना जाता है
लेकिन बीडीसी के सदस्य का चयन वार्ड के अनुसार किया जाता है जैसे उत्तर प्रदेश चुनाव आयोग द्वारा सबसे पहले चुनाव से संबंधित सूचना जारी की जाती है
जिसमें चुनाव की तिथि के बारे में बताया जाता है कि चुनाव कब से शुरू होगा और चुनाव के चरण के साथ चिन्हों की जानकारी भी दि जाती है और BDC के चुनाव में जितने भी इच्छुक आवेदक होते हैं
उन्हें निर्धारित तिथि तक अपना नामांकन कराना होता है और नामांकन के पश्चात निर्वाचन का समय दि गई जानकारी के आधार पर आवेदकों का आवेदन स्वीकार या फिर अस्वीकार किया जा सकता है
इसके बाद आवेदकों को अपना आवेदन वापस लेने के लिए एक तिथि निर्धारित की जाती है फिर उसके बाद निर्वाचन आयोग द्वारा पंचायत चुनाव को करने के लिए सभी आवेदकों को उनका चुनाव चिन्ह का वितरण किया जाता है ऐसे आवेदक जिनका आवेदन सरकार द्वारा स्वीकार कर लिया गया है
वह होने वाले चुनाव के दो दिन पहले तक अपने चुनाव का प्रचार कर सकते हैं और उसके बाद उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव आयोग के द्वारा निर्धारित तिथि पर कई चरणों में चुनाव संपन्न कराये जातें ।
बीडीसी का कार्य क्या होता है
- गांवों में नालों का निर्माण करना
- तालाबों का निर्माण एवं मरम्मत करवाना
- ग्राम पंचायत के नहरों की मरम्मत करवाना
- बाढ़ से लोगों तक बचाव के लिए राहत सामाग्री पहुंचाना
- मनरेगा द्वारा पुराने सड़कों को मिट्टी करण करवाना
- गांव की समस्या को ब्लॉक प्रमुख तक पहुंचाना ।
बीडीसी सदस्य की वेतन
बहुत से लोगो के बहुत से सवाल भी आते bdc के क्षेत्र पंचायत के सदस्य को सैलरी कितनी मिलती है हर राज्यों के क्षेत्र पंचायतों की सैलरी में बहुत अंतर होता है लेकिन वही अगर बात की जाए
उत्तर प्रदेश के क्षेत्र पंचायत के सदस्यों की सैलरी कितनी होती है तो क्षेत्र पंचायत सदस्य को पहले प्रति बैठक में 500 रूपए दिए जाते थे लेकिन अब प्रति बैठक में 1000 रूपए दिए जाते हैं और वर्ष में लगभग 6 बार बैठक होती है
FAQ – लोगों द्वारा पूछे गए अन्य सवाल
Q-1 BDC full form in hindi?
— BDC ka full form hindi में प्रखंड विकास परिषद होता है.
Q-2 BDC Full Form in English?
— BDC ka full form English में Block Development Council होता है.
Q-3 BDC के लिए उम्मींदवार की आयु कितनी होनी चाहिए?
— BDC के चुनाव में हिस्सा लेने वाले उम्मीदवारों के लिए पुरुष की न्यूनतम उम्र 21 वर्ष होनी चाहिए और महिलाओं के लिए न्यूनतम 18 वर्ष होनी चाहिए.
Conclusion – bdc full form in hindi
आज के इस आर्टिकल में हमने bdc से संबंधित बहुत सारी जानकारियों के बारे में पढ़ा जैसे कि bdc kya hai, bdc ka full form in hindi, BDC सदस्यता के लिए योग्यता, BDC सदस्य के लिए जरूरी दस्तावेज, BDC के लिए नामांकन और चुनाव प्रक्रिया
आदि ऐसे और भी bdc से संबंधित बहुत सारी जानकारियों के बारे में पढ़ा और हम आशा करते हैं कि आपने इस आर्टिकल
को पूरा पढ़ा होगा और इस आर्टिकल को पढ़के bdc और bdc full form in hindi से रिलेटेड सारी जानकारियों के बारे में अच्छे से जान गए होंगे
अगर आप और bdc के बारे में और भी कुछ जानना चाहते हैं या फिर इससे संबंधित कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो हमें कमेंट में लिखकर जरूर बताएं धन्यवाद